जो परिवार आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से अपनी बेटियों के भविष्य को लेकर परेशान हो रहे हैं उनके लिए अब सरकार ने बहुत ही अच्छी व्यवस्था कर दी है। ऐसे लोग सरकार की एक नई योजना से जुड़कर अपनी बच्चियों के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं।
बालिकाओं की बेहतर जिंदगी के लिए सरकार ने सरकार ने समृद्धि योजना को चलाया है। इस योजना में अभिभावक को अपनी बेटियों के नाम पर छोटी बचत करने की जरूरत होती है जिसके आधार पर उसे सरकार से अच्छा खासा ब्याज भी प्राप्त हो जाता है।
अभिभावक अपनी बेटियों के नाम पर अपनी आय के अनुसार मासिक या वार्षिक किसी भी आधार पर बचत कर सकता है। योजना में किसी भी जाति तथा वर्ग के लोग बिना भेदभाव के बचत के लिए खाता ओपन करवा सकते हैं।
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Sukanya Samriddhi Yojana
सुकन्या समृद्धि योजना का कार्यभार भारतीय डाक विभागों के द्वारा संभाल जा रहा है अर्थात अभिभावकों के लिए बचत हेतु यहीं पर बेटी का खाता स्थापित करवाना होगा। नजदीकी डाक विभाग में खाता खुलवाने पर वे आसानी से बचत राशि जमा कर पाएंगे।
सरकार के द्वारा इस बचत का मकसद केवल यही है कि न्यूनतम आय वाले परिवार अपनी छोटी-छोटी बचत के अनुसार बेटी के शिक्षा और विवाह इत्यादि कार्यों के लिए खर्च उठा सके। इस योजना में जमा राशि को 10 वर्ष के बाद ही निकालने का प्रावधान किया गया है।
जी हां खाता खुलवाने पर अभिभावक को अधिकतम 15 वर्ष तक बचत करने का मौका दिया जाता है। बचत के चलते जब आपकी बेटी 21 वर्ष की हो जाएगी तो आप बहुत ही आसान तरीके से पूरे ब्याज समेत इस राशि को अपने पास सुरक्षित कर पाएंगे।
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए आयु सीमा
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए बालिका की आयु सीमा को भी सीमित किया गया है। बता दे की जान अभिभावकों की बच्ची 10 वर्ष या उससे अधिक है वे इस योजना में बचत खाता नहीं खुलवा पाएंगे। सरकारी नियमों के अनुसार 10 वर्ष से कम की लड़की के नाम पर बचत होना शुरू होगी।
सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत नियम व शर्तें
- सुकन्या समृद्धि योजना के नियम अनुसार केवल भारतीय लोग भी इस योजना में भागीदारी ले सकते हैं।
- अभिभावक अधिकतम दो बच्चियों का खाता ही इस योजना में खुलवा सकता है।
- बचत के रूप में अभिभावक को वार्षिक ₹250 की राशि को जमा करना अनिवार्य होगा
- इस राशि के अलावा वह अपनी आय के अनुसार अधिकतम 1.5 लाख तक हर साल भर सकता है।
- योजना में 10 साल तक बचत करना अनिवार्य होता है।
बचत राशि बीच में निकालने के लिए नियम
ऐसे अभिभावक जो अपनी बेटी के शैक्षिक कार्य तथा अन्य इमरजेंसी जरूरत के लिए अगर अपने द्वारा जमा की बचत राशि को बीच में निकलना चाहते हैं तो उनके लिए डाक विभाग के नियमों का पालन करते हुए प्रपत्र जमा करना होगा। इस कार्य विधि के दौरान जमा राशि का आधा हिस्सा तक निकल सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ
- इस योजना में इन्वेस्ट करने पर अभिभावक को कोई टैक्स नहीं देना होता है।
- मासिक वार्षिक जमा राशि पर लागू की गई ब्याज दरों के अनुसार ब्याज भी मिलता है।
- यह योजना लघु बचत के लिए बहुत ही अच्छा जरिया है जिसके तहत आपका पैसा बिल्कुल सुरक्षित रहता है।
- छोटी बचत के चलते आप बेटी के भविष्य के कार्यों के लिए एकत्रित राशि का उपयोग कर सकते हैं।
- सबसे अच्छी सुविधा यह है कि आप अपनी आय के अनुसार योजना में इन्वेस्ट कर सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत बैंक खाता कैसे खुलवाएं?
- पोस्ट ऑफिस में जाएं तथा जानकारी प्राप्त करते हुए योजना का रजिस्ट्रेशन फॉर्म ले।
- इस फार्म में बच्ची की तथा अपनी पूरी डिटेल को भरे।
- अब अपनी आवेदन पत्र के साथ इस फॉर्म को विभाग में जमा करवा दें।
- आवेदन की सत्यापन के बाद आपका खाता खोल दिया जाएगा जिसकी पासबुक भी आपको तुरंत ही मिल जाएगी।
- इसके बाद आप समय अनुसार बचत के रूप में अपनी आय का हिस्सा जमा कर सकते हैं।